Sunday, November 15, 2009

राजस्थान पत्रिका में 'मेरा कुछ सामान...'



10 नवम्बर 2009 को राजस्थान पत्रिका, जयपुर संस्करण के नियमित स्तंभ 'ब्लॉग चंक' में मेरा कुछ सामान... की एक कविता


बी एस पाबला जी का बहुत बहुत आभार इस सूचना के लिए..

9 comments:

स्वप्न मञ्जूषा said...

अम्बुज बाबू,
अरे वाह ये तो बहुत अच्छी खबर सुनाई और दिखाई....
बस बधाई ले लो ...दिल से दे रहे हैं....
ऐसे ही खूब आगे बढो...
और खूब खुश रहो..
आज कल कुछ व्यस्त लगते हो.....
अगर पढाई है फिर तो कोई बात नहीं है...
दीदी....

दीपक 'मशाल' said...

Badhai ho Ambuj...
Jai Hind...

मनोज कुमार said...

बहुत-बहुत बधाई।

Mithilesh dubey said...

bahut-bahut badhai ho bhai aapko es saphlta ke liye.

Chandan Kumar Jha said...

बहुत बहुत बधाई अम्बुज भाई……………यूँ ही आपकी किर्ति फैलती रहे …………

गौतम राजऋषि said...

बधाई हो अम्बुज!

Anonymous said...

बहुत मुबारकबाद। जियो तो कुछ इस तरह कि सितारे भी रश्क करें कि ज़मीं पर ये कौन अपनी चमक से हमें मुंह चिढ़ा रहा है।

Satya Vyas said...

bahut khoob .
badhayi sweekaro .


satya

Niraj said...

Congrats bhai...keep it up!!